वर्ष 2024 के बाद भारत मे एक मजबूत हिन्दूत्व वादी सरकार आयेगी ।जिसका मुखिया कट्टर हिन्दू वादी होगा।
तथा भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक देगा ।इसके साथ ही देश में विकास की गंगा भी बहा डालेगा।जहां आज देश जाति , धर्म व मजहब के नाम पर बटा हुआ है वहीं विकास से कोसों दूर खडा है इन सबसे उपर उठ कर वह सरकार काम करेगी। तथा जनता भी उसका खुल कर सपोर्ट व समर्थन भी करेगी, आज जहां भारत मे लाखों लोग बेरोजगारी की मार झेल रहे है तथा अनिश्चितता व अराजकता के वातावरण में जीना दूभर हो गया है वही चारो तरफ अनिश्चितता के माहौल में ब्यक्ति सिर्फ अपने जिविका के इंतजाम के लिए इधर उधर भटकते हुए जहाँ परिस्थितियों से जूझ रहा है वही निकम्मे राजनीतिक लोगो से उसका विश्वास भी उठता चला जा रहा है ।ऐसे वातावरण मे प्रत्येक व्यक्ति को जहां कार्य करनेवाले स्थल की तलाश है वही उसको अपने आप को विकसित व आगे बढाने की जद्दोजेहद भी उसके मन मे समुद्र की तरह हिलोरे मार रही है।आज विश्व मे जहां कोरोना ने तबाही मचाई है वही लाखों लोगों ने अपनी जिंदगियां गवाई हैं पर इसका यह मतलब नहीं की हम उसके दंश को वषों तक न भूले और अपने आप को और भाग्य को कोसते रहे बल्कि जरूरत है.उससे उपर उठकर अपने जीवन को समरस बनाने के लिए जंग छेड देने की ।आवश्यकता है विकास की ऐसी गंगा बहाने की । कि पुरा विश्व भारत से सिख लेने के लिए आतूर हो जाय। यह देश
राम ,कृष्ण, परशुराम , महात्मा बुद्ध, जैसे ईश्वरीय अंश की धरती रही है। वही यह देश महात्मा गांधी, मदनमोहन मालवीय, लाल बहादुर शास्त्री, जै प्रकाश नरायण , सरदार पटेल,सुभाष चन्द्र बोस, और लाखों क्रांति कारियो की भी धरती रही है।जिन्होंने अनेकों बार विदेशी आतेताईयो को धुल चटाया है।फिर हम और आप इतने पिछे क्यों,? उठ खडे हो और ईमानदारी और कर्मठता से कार्य कर जापान ,चीन,अमेरिका, इजरायल, इत्यादि देशो को पिछे ढकेलते हुए भारत को पुनः एक बार फिर विश्व गुरु बनाने के लिए भगीरथ प्रयास किया जाय।आज देश में जो राजनैतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति हेतु जाति का सहारा, रूपये का प्रलोभन,व खैरात जैसे हतकंडा अपनाने में राजनेता व राजनैतिक पार्टीया जहाँ कोई. कोर कसर नही छोड़ रही हैं वहीं राष्ट्रीय सम्पत्ति को बेचने से भी लोग बाज नहीं आते। ऐसे में युवाओं को कहीं न कही उभर कर सामने तो आना ही होगा।भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहाँ संविधान में यह.व्यवस्था रखी गई है कि जनता के द्वारा जनता के लिए, जनता का शासन होगा।पर परिदृश्य कुछ और ही है वही कुछ राजनैतिक लोगों के द्वारा लोकतंत्र की हत्या का भी कुत्सिय प्रयास किया जाता रहा है। और तो और देश में झूठे वादे पर जनता का समर्थन प्राप्त कर पूर्ण बहुमत की सरकार भी बना ली जाती है ।जिसका खामियाजा पूरे देश को भोगना पड़ता है ।ऐसे में देश का भला कैसे हो सकता है? देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सर्व प्रथम शिक्षा, स्वास्थ्य व मजबूत लोकतंत्र तथा सबकी समान भगीदारी सूनिश्चि किए बिना देश आगे नही बढ सकता ।